भोलेनाथ का एक दम नया भजन हैं *जय हो भोलेनाथ की, जय शिवशंकर महादेव** चलिए साथ गाते है
यहाँ आपके लिए शिव जी का एक नया भजन है: --- **जय हो भोलेनाथ की, जय शिवशंकर महादेव** **तू ही तो है हर कण में, तू ही तो है हर हृदय।** भोले की महिमा अपरंपार, हर दिल में उनका प्यार। सांसों में तेरी गूंज, हे त्रिपुरारी, हे कैलाश के अधिपति, तू ही हमारा आधार। **जय हो भोलेनाथ की, जय शिवशंकर महादेव** **तू ही तो है हर कण में, तू ही तो है हर हृदय।** ओंकार की धुन में बसी, शिव की शक्ति अद्भुत हंसी। वह नीलकंठ विष को पीते, संसार के दुख हर लेते। **जय हो गंगाधर की, जय हो कैलाशपति** **तू ही तो है सबके मीत, तू ही सबका हित।** चंद्रमा का मुकुट सजाए, सर्पों का हार वह धारे। सदा संतों के संग में, वो भोलेनाथ, सबके अंग में। **जय हो शिवाय की, जय हो महादेव की,** **तेरी आराधना से मिलती, हर एक को संजीवनी।** --- **यह भजन शिव जी की महिमा का गुणगान करता है और भक्तों के मन में नई ऊर्जा भरने का आह्वान करता है।