2024 में साईं बाबा का धाम शिरडी आप भी जाना चाहते है ।तो जानिए संपूर्ण महत्वपूर्ण सम्पूर्ण जानकारी।
साईं बाबा का धाम शिरडी
शिरडी का साईं धाम देशभर में आस्था का एक बड़ा केंद्र है. महाराष्ट्र में अहमदनगर जिले के शिरडी में साईं बाबा (Shirdi Sai Baba) का मंदिर है, जिसकी देखरेख श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट करता है. इस मंदिर में लाखों रुपये का चढ़ावा हर साल चढ़ता है. यह मंदिर देश के सबसे धनी मंदिरों में से एक है. देश के अनेक हिस्सों से शिरडी धाम पहुंचने के लिए बस, ट्रेन और हवाई सुविधाएं हैं. आइए जानते हैं शिरडी साईं धाम के बारे में महत्वपूर्ण बातें.
शिरडी कैसे पहुंचे?
शिरडी तक सड़क, ट्रेन और हवाई मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। अगर आप आसपास के शहरों से शिरडी आ रहे हैं तो आप कार या फिर बस से यात्रा कर सकते हैं। महाराष्ट्र राज्य परिवहन की बहुत सारी बसें शिरडी और कई शहरों के बीच चलाई जा रही हैं जिनका संपूर्ण विवरण आप साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट से ले सकते हैं। इसके अलावा कई प्राइवेट बसेस का भी शिरडी से कई शहरों के बीच आना जाना रहता हैं।
अगर आप ट्रेन से शिरडी आना चाहते हैं तो आपको निकटतम रेलवे स्टेशन साईंनगर, कोपरगाव, मनमाड, या फिर नागरसूल पर उतरना होगा और फिर यहाँ से टैक्सी या बस करके समाधी मंदिर तक आया जा सकता हैं। अगर आपका ट्रेन साईंनगर स्टेशन से होकर गुजरता है तो आप यहीं पर उतरें अन्यथा बाकी बताये गए स्टेशन से होकर गुजरने वाली ट्रेन से यात्रा करें।
अगर आप हवाई जहाज से यात्रा कर रहे है तो शिरडी का एकमात्र निकटतम हवाई अड्डा Shirdi International Airport (साईं बाबा समाधि मंदिर से 14 किमी की दूरी पर स्थित) है। श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट की वेबसाइट से शिरडी के लिए विभिन्न ट्रेनों और उड़ानों के बारे में जानकारी ले सकते है।
शिरडी में रहने की व्यवस्था - भक्तनिवास
शिरडी में रहने के लिए आवास स्थानों की कोई कमी नहीं है। श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट की तरफ से ही साईं भक्तों के लिए भक्तनिवास की व्यवस्था की गयी हैं जहाँ पर साईंभक्त कम कीमत में आराम से रह सकते हैं और निशुल्क भक्तनिवास से समाधी मंदिर और साईं प्रसादालय तक यात्रा कर सकते हैं।
साईं आश्रम, साईं बाबा भक्तनिवास और द्वारावती ये तीन भक्तनिवास हैं, यहाँ पर आपको बहुत ही सस्ते दामों पर रहने की जगह मिलती हैं। इन सभी भक्तनिवास स्थानों में सभी सुविधाओं से लैस बड़ी संख्या में कमरे उपलब्ध हैं। भक्तनिवास में रहने के लिए आपको कोशिश करना चाहिए की १ महीने पहले ही आप online बुकिंग कर लें क्योंकि यहां पर कमरे बहुत जल्दी बुक हो जाते हैं।
साई प्रसादालय
श्री साईं बाबा ट्रस्ट संस्थान द्वारा साईं प्रसादालय में साईं भक्तों के लिए मुफ्त या फिर कम से कम कीमत में भोजन की व्यवस्था की जाती है। साईं बाबा को भोग चढ़ाया हुआ खाना यहाँ भक्तों में वितरित किया जाता है, अगर आप शिरडी में हैं तो आपको यहाँ पर आकर साईं प्रसाद भोजन जरूर खाना चाहिए।
शिरडी यात्रा और साईं दर्शन के लिए अच्छा समय
साईं भक्तों का सालभर ही यहाँ पर ताँता लगा रहता हैं। शिरडी समाधि मंदिर में ३ त्यौहार रामनवमी, गुरु पूर्णिमा और विजयदशमी, बहुत महत्वपूर्ण तरीके से मनाये जाते हैं और इस समय शिरडी में भारी भीड़ होती है। गर्मी के मौसम में यहाँ पर तापमान अधिक होने की वजह से आप शिरडी यात्रा का संपूर्ण आनंद नहीं उठा सकेंगे इसलिए आप को बाकी मौसम जैसे की बरसात या फिर सर्दी के मौसम में यहाँ आना चाहिए जिससे आप शिरडी के साथ साथ आस पास के शहरों की यात्रा का योजना बना सकते हैं।
साईं आरती के वक़्त साईं दर्शन में लगे भक्त वहीं के वहीं रोक दिए जाते हैं जब तक आरती समाप्त ना हो जाये और इसकी वजह से साईं दर्शन में अत्यधिक समय लगता हैं। अगर आपने साईं दर्शन का निशुल्क पास लिया है तो मेरा सुझाव है कि साईं आरती के समय के १-१.५ घंटे पहले लाइन में ना लगें क्योंकि अगर आपका नंबर आने से पहले ही आरती शुरू हो गयी तो आपको बीच में ही लाइन में लगे रहना पड़ेगा। इसलिए आरती के बाद वाला समय दर्शन के लिए उचित है, दोपहर में २-३ बजे या फिर रात में ८-९ बजे। इस समय तुरंत दर्शन हो जाते हैं।
साईं बाबा की उदी के चमत्कार
साईं बाबा नित्य ईंधन इकटठा कर वे अखण्ड जलने वाली पवित्र धुनी प्रज्वलित रखा करते थे। लकडी जलने के बाद श्री बाबा बची हुई राख, जिसे ऊदी कहते थे, सभी भक्तों को विदा होने के समय प्रसाद के रूप में बाँटा करते थे।
उस समय श्री साईं बाबा की ऊदी का महत्व लोगों
ने स्वीकार किया था और अभी भी वर्तमान समय में श्री साईं बाबा के हस्तस्पर्श से पुनीत हुई धूनी की ऊदी भक्तों के लिए एक अत्यन्त मूल्यवान निधि है। साईं ऊदी ने हजारों भक्तों की मानसिक तथा शारीरिक व्यथाओं को दूर करने का अद्भुत चमत्कार कर दिखाया है।
द्वारकामाई में निरंतर प्रज्जलित रहने वाली धूनी की विभूति अर्थात साईं की उदी के सम्बन्ध में हज़ारों लोगों को विलक्षण अनुभव हो चुके हैं। साईंभक्तों के उन्ही अनुभवों में से कुछ अनुभव यहाँ आपके साथ साझा किये गए हैं और समय समय पर और भी घटनाओ को इसमें
जोड़ा जायेगा।
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