कैसे जाना है 2024 में आप को वृंदावन ? चलिए हम ले जाते है आप के वृंदावन।


   वृंदावन :



Vrindavan Dham Tour In Hindi : वृंदावन उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। यह ब्रज भूमि क्षेत्र के प्रमुख स्थानों में से एक है। हिंदू धर्म के अनुसार, भगवान कृष्ण ने अपने बचपन के दिन यहीं बिताए थे। यह शहर मथुरा से लगभग 10 किमी दूर है, आगरा-दिल्ली राजमार्ग (Nh 2) पर कृष्ण की जन्मस्थली है। वृंदावन धाम राधा और कृष्ण की पूजा के लिए समर्पित है और कई मंदिरों की मेजबानी करता है। वृंदावन को वैष्णववाद द्वारा पवित्र माना जाता है। वैसे तो वृंदावन धाम में पूरे वर्ष भर पर्यटक आते हैं, लेकिन कृष्ण जन्माष्टमी के समय कृष्ण की बाल लीलाओं और झांकियों को देखने के लिए यहां भारी भीड़ जुटती है।

इस लेख में हम आपको वृंदावन धाम की यात्रा और वृंदावन धाम घूमने के बारे में पूरी जानकारी देगें।


. वृंदावन कैसे पहुंचें – How To Reach Vrindavan Dham 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वृंदावन पहुंचने के लिए सीधे कोई सुविधा नहीं है। पहले आपको इसके आसपास के स्टेशनों, हवाई अड्डों और बस स्टैंडों पर पहुंचना पड़ता है। आइये जानते हैं वृंदावन पहुंचने के लिए क्या विकल्प मौजूद हैं।

हवाई जहाज से वृंदावन धाम कैसे पहुंचें –


वृंदावन का निकटतम हवाई अड्डा आगरा में खेरिया एयरपोर्ट (Kheria Airport) है जो वृंदावन से 53 किमी की दूरी पर स्थित है। यह एयरपोर्ट देश के प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। यहां पहुंचने के बाद आप बस या टैक्सी के माध्यम से वृंदावन पहुंच सकते हैं।

ट्रेन से वृंदावन धाम कैसे पहुंचें –


वृंदावन में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन मथुरा में है जो वृंदावन से 10 किमी दूर स्थित है। मथुरा कैंट और मथुरा जंक्शन के लिए नियमित ट्रेनें चलती हैं। स्टेशन पहुंचने के बाद आप टैक्सी या मोटर रिक्शा से वृंदावन धाम पहुंच सकते हैं।

बस से वृंदावन धाम कैसे पहुंचें –


देश के प्रमुख शहरों से सीधे वृंदावन के लिए कोई बस मार्ग नहीं है। यहां का निकटतम बस स्टैंड मथुरा है, जो वृंदावन से 10 किमी दूर है। यहां आप दिल्ली से बस द्वारा आ सकते हैं। इसके अलावा भरतपुर और राजस्थान मथुरा से 45 किमी दूर है जहां से नियमित बसें आती हैं। इसके माध्यम से भी मथुरा बस स्टैंड पहुंचा जा सकता है। फिर ऑटो रिक्शा या टैक्सी से वृंदावन जाया जा सकता है।


वृंदावन में कहां रुकें –

चूंकि ब्रज भूमि होने के कारण वृंदावन में हमेशा पर्यटकों की भीड़ रहती है इसलिए यहां रुकने के लिए बहुत से विकल्प मौजूद हैं। यहां होटलों के साथ ही गेस्टहाउस भी उपलब्ध है जहां पर्यटक और तीर्थयात्री आराम से रुक सकते हैं। वृंदावन में क्रिधा रेजीडेंसी द बुटीक होटल, होटल संतोष धाम, वृंदा पैलेस सेवा धाम, होटल बसेरा वृंदावन, होटल गीत गोविंद, होटल देव रेजीडेंसी आदि मौजूद हैं। इन होटलों में हर तरह की सुविधाएं मौजूद है। इसके अलावा यहां प्री बुकिंग भी होती है। आप अपनी सुविधा के अनुसार बुकिंग करवा सकते हैं।


वृंदावन घूमने का सबसे अच्छा समय –




वृंदावन को हिंदुओं के सबसे अधिक देखे जाने वाले तीर्थ स्थानों में से एक है। यहां का मौसम उत्तर भारत के बाकी हिस्सों की तरह ही रहता है। वृंदावन जनवरी से मार्च और अक्टूबर से दिसंबर के दौरान आने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इन महीनों के दौरान मौसम सौम्य और सुखद रहता है और वृंदावन के दर्शनीय स्थलों को देखने के लिए आदर्श समय होता है।




Vrindavan Dham Tour In Hindi : वृंदावन उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। यह ब्रज भूमि क्षेत्र के प्रमुख स्थानों में से एक है। हिंदू धर्म के अनुसार, भगवान कृष्ण ने अपने बचपन के दिन यहीं बिताए थे। यह शहर मथुरा से लगभग 10 किमी दूर है, आगरा-दिल्ली राजमार्ग (Nh 2) पर कृष्ण की जन्मस्थली है। वृंदावन धाम राधा और कृष्ण की पूजा के लिए समर्पित है और कई मंदिरों की मेजबानी करता है। वृंदावन को वैष्णववाद द्वारा पवित्र माना जाता है। वैसे तो वृंदावन धाम में पूरे वर्ष भर पर्यटक आते हैं, लेकिन कृष्ण जन्माष्टमी के समय कृष्ण की बाल लीलाओं और झांकियों को देखने के लिए यहां भारी भीड़ जुटती है।

इस लेख में हम आपको वृंदावन धाम की यात्रा और वृंदावन धाम घूमने के बारे में पूरी जानकारी देगें।


वृंदावन के बारे में कुछ रोचक तथ्य - Interesting Facts About Vrindavan Dham 




वृन्दावन यमुना नदी से तीन ओर से घिरा हुआ है और इसकी प्राकृतिक छटा बहुत निराली है।
वृंदावन को “विधवाओं का शहर” के रूप में भी जाना जाता है। यहां विधवाओं की बड़ी संख्या है और विधवा आश्रम भी हैं।
वृंदावन की खासियत यह है कि यहां अनेक ऐतिहासिक धरोहर, सैंकड़ों आश्रम और कई गौशालाएं हैं।
गौड़ीय वैष्णव, वैष्णव और हिन्दुओं के धार्मिक क्रिया कलापों के लिए वृन्दावन विश्वभर में प्रसिद्ध है।
सूरदास, स्वामी हरिदास, चैतन्य महाप्रभु के नाम वृन्दावन से हमेशा के लिए जुड़े हुए हैं।


 वृन्दावन में घूमने की जगह – Places To Visit In Vrindavan Dham In Hindi


यह एक ऐसा शहर है जहां छोटे और बड़े हजारों मंदिर स्थित हैं। यहां पूरे साल पर्यटक आते जाते रहते हैं। आइये जानते हैं वृंदावन में घूमने की जगहें कौन कौन सी हैं।


 बांके बिहारी मंदिर वृंदावन


बांके बिहारी मंदिर वृंदावन में स्थित है भगवान कृष्ण को समर्पित देश के सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक है। यह मंदिर राजस्थानी शैली में बना है और मंदिर में भगवान कृष्ण की छवि एक बच्चे के रूप में दिखाई देती है। जब भी आप वृन्दावन में घूमने जाएं तो बांके बिहारी मंदिर को देखना ना भूलें। 

प्रेम मंदिर वृंदावन धाम




वृंदावन में स्थित यह भव्य प्रेम मंदिर राधा कृष्ण और सीता राम को समर्पित है। सफेद संगमरमर से निर्मित और बहुत जटिल नक्काशी से सजी, यह मंदिर अपनी स्थापत्य सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है। जब भी आप वृन्दावन में घूमने जाएं तो प्रेम मंदिर को देखना ना भूलें।


इस्कॉन मंदिर वृंदावन

इस्कॉन मंदिर श्री कृष्ण बलराम मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। इस मंदिर को 1975 में भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद के निर्देश पर बनाया गया था। वृंदावन में स्थित यह भव्य मंदिर देखने लायक है। जब भी आप वृन्दावन धाम की यात्रा पर जाएं तो इस्कॉन मंदिर को देखना ना भूलें।

श्री राधा रमण मंदिर वृंदावन


यह मंदिर गोपाल भट्ट गोस्वामी द्वारा 1542 में बनवाया गया था। इस मंदिर में राधा की मूर्ति मौजूद नहीं है, भगवान कृष्ण के पास रखा एक मुकुट ही राधा को दर्शाता है। वृन्दावन धाम की यात्रा करते समय श्री राधा रमण मंदिर को देखना ना भूलें।

गोपेश्वर महादेव मंदिर वृन्दावन उत्तर प्रदेश

यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और भगवान को एक गोपी के रूप में दर्शाया गया है। भक्त यहाँ शिव लिंग पर यमुना का पवित्र जल डालते हैं। वृंदावन धाम के मंदिरों में यह मंदिर देखने लायक है।

शाहजी मंदिर वृंदावन धाम

शाहजी मंदिर का निर्माण वर्ष 1876 में शाह कुंदन लाल ने करवाया था। यह भगवान कृष्ण को समर्पित है। संगमरमर से बने इस मंदिर के मुख्य देवता को छोटा राधा रमण के नाम से जाना जाता है।


 रघुनाथ मंदिर

 यह मंदिर भगवान विष्णुश्री और उनकी पत्नी लक्ष्मी को समर्पित है। यह वृंदावन के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है और यह ऊंची दीवारों से घिरा हुआ है।

3.8 कात्यायनी शक्तिपीठ वृन्दावन 


कात्यायनी पीठ मंदिर 51 शक्ति पीठों में से एक है और इसे उमा शक्ति पीठ के रूप में जाना जाता है। यह वृंदावन में भूतेश्वर महादेव मंदिर के भीतर स्थित है। वृंदावन धाम के मंदिर में यह मंदिर देखने लायक है।

इसके अलावा भी वृंदावन में देखने लायक बहुत से स्थान हैं। जैसे  श्री राधा दामोदर मंदिर,मदन मोहन मंदिर,पागल बाबा मंदिर,कुसुम सरोवर, बरसाना, सेवा कुंज, केसी घाट, जयपुर मंदिर,यमुना नदी,श्री वृंदा कुंड आदि स्थान देखे जा सकते हैं। यदि आप पूजा पाठ के शौकीन हैं तो वृंदावन में इन स्थानों को देखना काफी सुखमय हो सकता है।




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