कहां स्थित है बागेश्वर धाम सरकारघर बैठे कैसे लगाएं अर्जी?
आइए जानते हैं कहां स्थित है बागेश्वर धाम, कैसे पहुंच सकते हैं बागेश्वर धाम, कैसे मिलते हैं बागेश्वर धाम में दर्शन, ट्रेन या बस का रूट और बागेश्वर धाम घूमने का पूरा खर्च कितना होगा।
कहां स्थित है बागेश्वर धाम सरकार
हिंदुओं के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक बन चुका बागेश्वर मंदिर धाम सरकार मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। बागेश्वर धाम मंदिर भगवान बालाजी का प्रसिद्ध मंदिर है। यह छतरपुर जिले की खजुराहो पन्ना रोड पर स्थित गंज नाम के छोटे से कस्बे से सड़क मार्ग के जरिए लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर है।
कैसे पहुंचे बागेश्वर धाम
बस या सड़क मार्ग से बागेश्वर धाम ऐसे जाएं
यदि आप सड़क मार्ग से बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं तो इसके लिए आप बस अड्डे जाकर मध्य प्रदेश, छतरपुर के लिए चलने वाली बसों के बारे में पता कर सकते हैं, आप दिल्ली से छतरपुर चलने वाली प्राइवेट बसों से सफर के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं, आजकल ऑनलाइन टिकट बुकिंग ऐप के जरिए टिकट बुक करना और भी आसान हो गया है, इनमे से Red Bus, Abhi Bus, Goibibo आदि है इनके जरिए आप घर बैठे ही बस टिकट बुक करके बागेश्वर धाम मंदिर के दर्शन करने जा सकते हैं। इसके अलावा आप रोडवेज बस के जरिए भी छतरपुर के लिए रवाना हो सकते है,
घर बैठे कैसे लगाएं अर्जी?
अगर आप भी बागेश्वर धाम सरकार छतरपुर आने के लिए अर्जी लगाना चाहते हैं तो इसके लिए मंदिर के महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने बताया है की आप घर बैठे भी अपनी अर्जी लगा सकते हैं, अर्जी लगाने के लिए आप यहाँ नीचे गई प्रक्रिया का अनुसरण कर इसकी प्रक्रिया को पूरा कर सकेंगे।
बागेश्वर धाम सरकार में अर्जी लगाने के लिए सबसे पहले आप एक लाल कपडा लें और इसमें नारियल लपेट लें।
इस दौरान आप को अपनी अर्जी (मनोकामना जिस भी चीज के लिए अर्जी डाल रहे हैं, उसके बारे में) के बारे में ध्यान करते हुए इसे लपेटना होगा।
अब मनोकामना मांगने के बाद आपको भगवान बागेश्वर धाम सरकार का एक माला का जाप (ॐ बागेश्वर नमः करते हुए) करना है और नारियल को अपने पूजा स्थल पर रख देना है।
इस तरह आपकी बागेश्वर धाम में अपनी अर्जी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
जाने आपकी अर्जी स्वीकार हुई या नहीं
आपकी अर्जी लगी है या नहीं पता करने के लिए आपको यहाँ निम्नलिखित घटनाओं पर देना होगा।
अर्जी स्वीकार हुई की नहीं इसके लिए आप ध्यान देना होगा की कहीं आपको लगातार सपने में दो दिन तक भगवन हनुमान के प्रत्येक वानर रूप में दिखाई तो नहीं दिए।
अगर आपको इस तरह की घटनाओं का अनुभव होता है तो समझ जाएं आपकी अर्जी बागेश्वर धाम सरकार मंदिर में स्वीकार कर ली गई है।
ऑनलाइन कैसे सुने बागेश्वर धाम की कथा
अगर आप बागेश्वर धाम नहीं जा पाते हैं तो आप घर बैठे ही बागेश्वर धाम की कथा सुन सकेंगे, इसके लिए आप बागेश्वर धाम के मंदिर के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर जाकर भगवान बागेश्वर धाम की कथा, आरती और दर्शन कर सकते हैं, इसके अलावा आप चाहे तो अपनी टीवी पर भी बागेश्वर धाम की कथा और आरती देख सकेंगे, टीवी चैनल पर मंदिर के महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण के द्वारा श्री भगतवान कथा का वाचन किया जाता है, जिसका प्रसारण लाइव होता है इसके जरिए भी आप कथा और आरती एवं दर्शन का लाभ उठा सकेंगे।
बागेश्वर धाम में सन्यासी बाबा कौन है?
बागेश्वर धाम के सन्यासी बाबा कौन थे? बागेश्वर धाम से जुड़े लोगों की मानें तो संन्यासी बाबा दरअसल धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के परदादा थे. कहा जाता है कि उन्होंने ही बागेश्वर धाम बालाजी का मंदिर बनवाया था. आसपास के इलाकों में उनकी विशेष मान्यता थी, वे भी समस्याओं का निदान किया करते थे.
बागेश्वर धाम में सन्यासी बाबा कौन है?
बागेश्वर धाम के सन्यासी बाबा कौन थे? बागेश्वर धाम से जुड़े लोगों की मानें तो संन्यासी बाबा दरअसल धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के परदादा थे. कहा जाता है कि उन्होंने ही बागेश्वर धाम बालाजी का मंदिर बनवाया था. आसपास के इलाकों में उनकी विशेष मान्यता थी, वे भी समस्याओं का निदान किया करते थे.
बागेश्वर धाम में पेशी कैसे की जाती है?
Bageshwar Dham: जब दरबार में किसी की अर्जी लग जाती है तो उस श्रदालु को पेशी करनी होती है. कम से कम 5 मंगलवार की पेशी हर भक्त को करने का आदेश आता है. इसके अलावा भक्त की अपनी श्रद्धा है.
बागेश्वर धाम के रहस्य
पंडित धीरेंद्र शास्त्री से पहले यहां पीढ़ी दर पीढ़ी प्रसिद्ध संत दिव्य दरबार लगाते आए हैं. लेकिन शुरू में इसका प्रचार-प्रसार इतनी तेजी से नहीं हुआ था, जैसा कि आज है. बागेश्वर धाम मंदिर की विशेषता यह है कि यहां आए भक्तों की मनोकामना पूरी होती
है और समस्याओं का समाधना होता है.
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