अयोध्या राम मंदिर:
राम मंदिर एक हिदू मंदिर हम संतानियो के प्राण बसते है राम मंदिर में राम मंदिर हमे हमारे राम लला की जन्मभूमि है। जहां हमारे राम लला का जन्म हुआ था ।
वर्तमान में भारत के उत्तर प्रदेश के अयोध्या में है। जनवरी २०२४ में इसका गर्भगृह तथा प्रथम तल बनकर तैयार है और २२ जनवरी २०२४ को इसमें श्रीराम के बाल रूप में विग्रह की प्राणप्रतिष्ठा की गई।
क्या है दर्शन का समय?
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट के मुताबिक, रामलला के दर्शन के लिए भक्तजन सुबह 7 बजे से 11:30 बजे तक और दोपहर 2 बजे से 7 बजे तक आ सकते हैं।
क्या है रामलला की आरती का समय?
रामलला की आरती के लिए सुबह 06:30 बजे और शाम 07:30 बजे का समय है, जिसमें भक्तजन भी हिस्सा ले सकते हैं, लेकिन इसमें केवल 30 लोगों को ही एक बार में हिस्सा लेने की अनुमति दी गई है।
कैसे हो सकते हैं आरती में शामिल?
आरती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से पास लेने के बाद ही आरती में शामिल होने दिया जाएगा। पास बनवाने के कोई पैसे नहीं लिए जाएंगे। ऑनलाइन पास लेने के लिए श्री रामजन्म भूमि तीर्थ स्थल की ऑफिशियल वेबसाइट से बुक कर सकते हैं या फिर इसके अलावा, आप मंदिर के कैम्प ऑफिस जाकर ऑफलाइन माध्यम से पास ले सकते हैं। हालांकि, दोनो के लिए ही आपको अपना पहचान पत्र, जैसे- आधार कार्ड, वोटर आई डी कार्ड पैन कार्ड आदि दिखाना होगा। मंदिर के भीतर किन चीजों को लेकर जाना वर्जित है?
हवाई मार्ग से कैसे पहुंचे
अगर आप फ्लाइट से अयोध्या जाने की सोच रहे हैं तो लखनऊ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या से सबसे पास हवाई अड्डा है। इसके अलावा गोरखपुर, प्रयागराज और वाराणसी हवाई अड्डों से भी पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से कैसे पहुंचे
आप देशभर के अलग-अलग शहरों से अयोध्या के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं। अयोध्या जंक्शन से राम मंदिर की दूरी लगभग छह किलोमीटर है। राम लला के दर्शन के लिए ये आपको सबसे नजदीक पड़ेगा। इसके अलावा आप फैजाबाद से भी ट्रेन ले सकते हैं। इसके अलावा अयोध्या लखनऊ से 130 किलोमीटर, वाराणसी से 200 किलोमीटर, प्रयागराज से 160 किलोमीटर, गोरखपुर से 140 किलोमीटर और दिल्ली से 636 किलोमीटर है।
सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों की सेवाएं 24 घंटे मिलती हैं, और सभी जगहों से यहां पहुंचना बहुत आसान है। शहर लगभग 130 कि.मी. दूर है। लखनऊ से 200 कि.मी. वाराणसी से 160 कि.मी. प्रयागराज से, 140 कि.मी. गोरखपुर से और लगभग 636 कि.मी. दिल्ली से। लखनऊ, दिल्ली और गोरखपुर से बसें अक्सर मिलती रहती हैं। वहीं वाराणसी, प्रयागराज और दूसरी जगहों से भी बसें अपने समय के अनुसार मिलती हैं।
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