द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात आप भी जाना चाहते हैं। तो चलिए जानते है । कैसे जाना है ?

द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात:





द्वारकाधीश मंदिर, जिसे जगत मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, भगवान कृष्ण को समर्पित है जिन्हें "द्वारकाधीश" कहा जाता है जिसका अर्थ है "द्वारका का राजा"। यह द्वारका, गुजरात में स्थित है। यह एक पुष्टिमार्ग मंदिर है, इसलिए यह श्री वल्लभाचार्य और श्री विट्ठलेशनाथजी द्वारा बनाए गए दिशा-निर्देशों और अनुष्ठानों का पालन करता है।




गुजरात के द्वारका में स्थित द्वारकाधीश मंदिर द्वारका नगरी आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित देश के 4 धामों में से एक है। यह मंदिर श्री कृष्ण को समर्पित है। पुरातात्त्विक खोज में सामने आया है कि यह मंदिर करीब 2,000 से 2200 साल पुराना है। इस मंदिर की इमारत 5 मंजिला है और इसकी ऊंचाई 235 मीटर है। यह इमारत 72 स्तंभों पर टिकी हुई है। ऐसा माना जाता है कि द्वारकाधीश मंदिर का निर्माण भगवान श्री कृष्ण के पोते वज्रभ ने करवाया था।



ऐसे पहुंच सकते हैं यहां
एयरप्लेन से:
द्वारका पहुंचने के लिए कोई भी सीधी फ्लाइट नहीं है। द्वारका से सबसे नजदीक का एयरपोर्ट जामनगर है जो यहां से 47 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा आप पोरबंदर एयरपोर्ट तक की फ्लाइट भी ले सकते हैं। यह एयरपोर्ट द्वारका से करीब 98 किलोमीटर
दूर है। एयरपोर्ट से आप कैब ले सकते हैं, जो आपको सीधे द्वारकाधीश मंदिर पहुंचाएगी। दोनों की एयरपोर्ट्स के लिए देश की बड़े शहरों से आसानी से फ्लाइट मिल जाएगी।

ट्रेन:
द्वारका देश के कई शहरों से रेल नेटवर्क के जरिए कनेक्टेड है। द्वारका रेलवे स्टेशन तक आपको रोज कई ट्रेनें मिल जाएंगी। एक बार द्वारका स्टेशन पहुंचने पर आपके लिए मंदिर जाना आसान है, क्योंकि स्टेशन और मंदिर के बीच की दूरी महज एक किलोमीटर है।

सड़क मार्ग:
 द्वारका देश के लगभग सभी बड़े शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। आप न सिर्फ खुद की गाड़ी से वहां पहुंच सकते हैं बल्कि मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको कई बस सर्विस भी मिल जाएंगी, जिसे आप अपनी सुविधा के अनुसार चुन सकते हैं।

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