भोले के चरणों में शीश झुकाएं शिव जी का नया भजन
### **भोले के चरणों में शीश झुकाएं**
**(धुन: भक्तिमय, धीमी और गहरी सुरों में)**
#### **अंतरा 1**
भोले के चरणों में शीश झुकाएं,
हर हर महादेव का नाम जपाएं।
दुखों का अंधेरा छंट जाएगा,
शिव की कृपा से सुख मिल जाएगा।
#### **सहगान**
शिव शंभू, शंकर भोलेनाथ,
कर दो सबके पूरे अरमान।
जय जय शिव शंकर, त्रिपुरारी,
भोले तुम्हीं हो जग के पालनहारी।
#### **अंतरा 2**
गंगा की धारा, माथे का चंदा,
नंदी के संग जो कैलाश पे बसा।
तांडव से जिसने जग को जगाया,
प्रेम से हर भक्त का जीवन सजाया।
#### **सहगान**
शिव शंभू, शंकर भोलेनाथ,
कर दो सबके पूरे अरमान।
जय जय शिव शंकर, त्रिपुरारी,
भोले तुम्हीं हो जग के पालनहारी।
#### **अंतरा 3**
बेलपत्र चढ़ाएं, मन को सजाएं,
भोले की भक्ति में लीन हो जाएं।
जो मांगे, वो पाएं, शिव के दरबार से,
हर दिल को शांति मिले इस संसार से।
#### **सहगान**
शिव शंभू, शंकर भोलेनाथ,
कर दो सबके पूरे अरमान।
जय जय शिव शंकर, त्रिपुरारी,
भोले तुम्हीं हो जग के पालनहारी।
### **निष्कर्ष**
भोलेनाथ की आराधना से जीवन में शांति, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। यह भजन हर शिव भक्त को शिव जी की महिमा गाने का अवसर देता है।
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